जो नहीं हुआ था 142 साल के क्रिकेट इतिहास में वो हुआ कल थ एशेज में।
पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता था जो दूसरा टेस्ट भ मैच लॉर्ड्स में हुआ उसकी कहानी जो आयी वो दिल दहला देने वाली आती है मार्नस लाबुशाने इनका नाम ऑस्ट्रेलिया 11 में नहीं थे द एशेज के दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन जोफ्रा आर्चर की गेंद स्टीवन स्मिथ के गर्दन पे लगी थी उसके बाद उन्हें मैदान के बाहर जाना पड़ा था
मार्नस लाबुशानें पहले क्रिकेटर बन गए है जो संटिट्यूट बैट्समैन है
सीए ने पाचवे दिन स्टीवन स्मिथ की जगह पे मार्नस लाबुसाने स्थानापन्न बल्लेबाज के तौर पे शामिल किया ऐसे में ऐसे में लाबूसाने इस नए नियम के तहत स्थानापन्न खिलाड़ी बनने वाले इतिहास के पहले खिलाड़ी बन गए है
क्या है नया नियम???
अगर टेस्ट क्रिकेट में कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता था तो उस खिलाड़ी को टीम को 10 खिलाड़ी को खेलना पड़ता था चोटिल खिलाड़ी की जगह आए स्थानापन्न खिलाड़ी को सिर्फ फील्डिंग करने का अधिकार था 14 जुलाई को विश्कप खत्म होने के बाद लंदन में सालाना आप बैठक हुई थी इसमें नया नियम बनाया गया,जिसके तहत सिर के आस पास खिलाड़ी को गेंद लगती है वह दोबारा खेलने की स्थिति में नहीं होता है तो उस खिलाड़ी को बीच टेस्ट मैच से बाहर कर अन्य किसी स्थानापन्न खिलाड़ी को शामिल किया जा सकता था नियम के मुताबिक अगर बल्लेबाज चोटिल होगा तो उसे बल्लेबाज ही बदला का सकता है और अगर गेंदबाज चोटिल होगा तो गेंदबाज से ही बदला जा सकता है हालाकि सिर उसके आस पास के अलावा अन्य किसी भी जगह गेंद लगनेके बाद चोटिल होने पर यह नियम प्रभावी नहीं होगा
पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया ने जीता था जो दूसरा टेस्ट भ मैच लॉर्ड्स में हुआ उसकी कहानी जो आयी वो दिल दहला देने वाली आती है मार्नस लाबुशाने इनका नाम ऑस्ट्रेलिया 11 में नहीं थे द एशेज के दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन जोफ्रा आर्चर की गेंद स्टीवन स्मिथ के गर्दन पे लगी थी उसके बाद उन्हें मैदान के बाहर जाना पड़ा था
मार्नस लाबुशानें पहले क्रिकेटर बन गए है जो संटिट्यूट बैट्समैन है
सीए ने पाचवे दिन स्टीवन स्मिथ की जगह पे मार्नस लाबुसाने स्थानापन्न बल्लेबाज के तौर पे शामिल किया ऐसे में ऐसे में लाबूसाने इस नए नियम के तहत स्थानापन्न खिलाड़ी बनने वाले इतिहास के पहले खिलाड़ी बन गए है
क्या है नया नियम???
अगर टेस्ट क्रिकेट में कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता था तो उस खिलाड़ी को टीम को 10 खिलाड़ी को खेलना पड़ता था चोटिल खिलाड़ी की जगह आए स्थानापन्न खिलाड़ी को सिर्फ फील्डिंग करने का अधिकार था 14 जुलाई को विश्कप खत्म होने के बाद लंदन में सालाना आप बैठक हुई थी इसमें नया नियम बनाया गया,जिसके तहत सिर के आस पास खिलाड़ी को गेंद लगती है वह दोबारा खेलने की स्थिति में नहीं होता है तो उस खिलाड़ी को बीच टेस्ट मैच से बाहर कर अन्य किसी स्थानापन्न खिलाड़ी को शामिल किया जा सकता था नियम के मुताबिक अगर बल्लेबाज चोटिल होगा तो उसे बल्लेबाज ही बदला का सकता है और अगर गेंदबाज चोटिल होगा तो गेंदबाज से ही बदला जा सकता है हालाकि सिर उसके आस पास के अलावा अन्य किसी भी जगह गेंद लगनेके बाद चोटिल होने पर यह नियम प्रभावी नहीं होगा
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