शुक्रवार, 3 जनवरी 2020

चेतन शर्मा: उस छक्के के लिए सब याद रखते हैं, उस हैट-ट्रिक के लिए कोई नहीं


चेतन शर्मा का नाम आते ही जनता के ज़हन में जावेद मियांदाद का वो छक्का याद आता है. पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी ओवर में टीम में ज़्यादा अनुभवी गेंदबाज़ होने के बाद भी कपिल देव ने गेंद सौंपी थी चेतन शर्मा को. आखिरी गेंद पर मैच अटका था. पाकिस्तान को 5 रन चाहिए थे. यॉर्कर की कोशिश में फुलटॉस निकल गई. जावेद मियांदाद का छक्का और भारत में टीवी फूटे. बस ये सीन याद रहता है. लेकिन इन्हीं चेतन शर्मा ने वर्ल्ड कप की पहली और संभवतया आज तक की सर्वश्रेष्ठ हैट-ट्रिक ली थी.

पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप इंग्लैंड से बाहर आया था. पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में क्रिकेट का बुखार चढ़ा हुआ था. नागपुर में पहले बैटिंग करते हुए न्यूज़ीलैंड का स्कोर था 41.1 ओवर में 182-5. रदफोर्ड 26 रन बनाकर खेल रहे थे और मारधाड़ शुरू होने वाली थी. ये 50-50 ओवर का पहला वर्ल्ड कप था.  हालांकि मनोज प्रभाकर के भी 5 ओवर बचे थे लेकिन कपिल देव ने गेंद थमाई अपने पहले 5 ओवर में महंगे साबित रहे चेतन शर्मा को. भारत अपने 5 में से 4 मैच जीतकर पहले ही सेमीफाइनल में पहुंच चुका था. भारत को ऑस्ट्रेलिया से आगे निकलकर ग्रुप टॉप करने के लिए न केवल जीतना था बल्कि बड़े अंतर से जीतना था. दूसरे ग्रुप में पाकिस्तान शानदार फॉर्म में चल रहा था. भारत के ग्रुप टॉप न करने का मतलब था सेमीफाइनल में पाकिस्तान से उन्हीं के घर लाहौर में सेमीफाइनल खेलना.

42वें ओवर की पहली तीन गेंदें खाली, 4थी गेंद पर रदरफोर्ड बोल्ड, चेतन शर्मा की ऑफ कटर बैट्समैन की रक्षा प्रणाली में जगह बनाती हुई सीधी मिडल स्टंप पर. नए बल्लेबाज़, लंबे हिट लगाने में सक्षम स्मिथ. चेतन शर्मा की तेज़ इन-कटर ऑफ स्टंप ले उड़ी, स्मिथ ने हिलने की भी जहमत नहीं उठाई. ओवर की आखिरी गेंद, चेतन शर्मा की हैट-ट्रिक बॉल का सामना करना था चैटफील्ड को. कपिल देव और चेतन शर्मा ने फील्डिंग दाएं-बाएं करने पर शिखर सम्मेलन किया लेकिन चेतन शर्मा की फुल लेंथ गेंद पर चैटफील्ड विकेटों के अक्रॉस आ गए और गेंद सीधी लेग स्टम्प पर. चेतन शर्मा और क्रिकेट के बुखार में डूबा नागपुर अभिभूत.

इस हैट-ट्रिक में गेंद ने मिडल-ऑफ-लेग तीनों स्टंप हिट किए. ये न भूतो, न भविष्यति हैट-ट्रिक थी. भारत के लिए एक ज़रूरी मैच में न्यूज़ीलैंड 182-5 से सीधे 182-8 पर आ गया. न्यूज़ीलैंड ने 50 ओवरों में 221-9 रन बनाए. भारत को ये लक्ष्य उस ज़माने में 5.25 की औसत से 42.2 ओवर में हासिल करना था.

चेतन शर्मा की हैट-ट्रिक के बाद ऐसा रूख बना कि भारत ने बैटिंग में भी डमरू पीट दिया. चमत्कारिक ढंग से वनडे में भी टेस्ट खेलने के लिए मशहूर गावस्कर ने सबको चौंकाते हुए 88 गेंदों में 103 रन पीट डाले. ये गावस्कर का पहला और एकमात्र वनडे शतक था. श्रीकांत ने मिज़ाज के मुताबिक 58 गेंदों में 75 और अज़हरूद्दीन ने 51 गेंदों में 41 रन बनाए. भारत ने 32.1 ओवर में ही 9 विकेटों से मैच जीत लिया. मैन ऑफ द मैच चेतन शर्मा और सुनील गावस्कर दोनों को दिया गया.चेतन शर्मा से आमतौर पर जावेद मियांदाद के उस  छक्के के बारे में सवाल पूछा जाता है. वह छक्का आज तक चेतन शर्मा के लिए एक न भूलाया जा सकने वाला हादसा बना हुआ है. जबकि हक़ीक़त ये थी कि आखिरी गेंद पर छक्का लगाने से पहले भी जावेद मियांदाद ज़ोरदार फॉर्म में खेल रहा था, पिछले 10 ओवरों में पाकिस्तान ने करीब 110 रन खींच लिए थे. लेकिन एक बार किसी रिपोर्टर ने इस हैट-ट्रिक पर भी पूछ ही लिया तो चेतन शर्मा का जवाब था,’हैट-ट्रिक आनी होती है तो आ जाती है. उस दिन बैट्समैन खुद विकेटों में गेंद जाने दे रहे थे.’

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